Why Are You Failing to Learn English?
बिहार में एक छोटे से गाँव का लड़का, रमेश, यह सोचता है की अंग्रेजी सीखना उसके इंजीनियरिंग करियर के लिए अति आवश्यक है। रमेश के लिए English Grammar और Vocabulary सीखना एक चैलेंज है। उसे कुछ भी याद नहीं रहता फिर भी वह अंग्रेजी सीखने के लिए बहुत motivated है क्योंकि वह इस बात को अच्छी तरह समझ चूका है कि भविष्य में एक अच्छी जॉब पाने के लिए उसे इस मुश्किल पड़ाव को पार करना ही होगा।
इसके लिए वह कई तरह के तरकीबें अपनाता है, जैसे - subtitle के साथ अंग्रेजी फिल्में देखना, online blogs पढ़ना, English learning apps में अपना समय बिताना, दोस्तों के साथ टूटी-फूटी अंग्रेजी में बात करना इत्यादि।
दूसरी ओर, नेहा, दिल्ली में एक सामान्य परिवार की लड़की है, भविष्य के लिए उसकी आकांक्षाए सीमित है। उसका मानना है अंग्रेजी सीखने के लिए एक special talent होना चाहिए जो उसके पास नहीं है। हांलाकि उसके पिता उसे अच्छे स्कूल और कोचिंग में पढ़ाते है फिर भी आत्मविश्वास की कमी के कारण वह English सीखने और practice करने पर ध्यान नहीं देती है। परिणाम स्वरूप अच्छी शिक्षा का एक्सेस होते हुए भी वह अंग्रेजी नहीं सीख पा रही है।
BALLI - 1987
Elaine K. Horwitz भाषा-शिक्षा के क्षेत्र में एक जानी-मानी रिसर्चर है, सन् 1987 उन्होंने "Beliefs About language Learning Inventory (BALLI)" नामक पद्धति को विकसित किया, जिसकी मदद से यह पता लगाया जा सकता है की अपनी मातृभाषा से परे किसी अन्य भाषा को सीखने में "विश्वास" का क्या योगदान होता है।
इसी मॉडल पर केन्द्रित English Language Education (ELE), Kathmandu University, Nepal के Ph.D.Scholar, Samikshya Bidari ने एक research paper publish किया। जिसमें हमलोग महत्वपूर्ण बिन्दुओं का उल्लेख देखते हैं। उनमे से कुछ मुख्य बिंदु थे:-
सीखने पर प्रभाव
व्यक्ति का विश्वास उनकी प्रेरणा, चिंता के स्तर और भाषा सीखने की योग्यता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है। सकारात्मक विश्वास प्रेरणा को बढ़ा सकते हैं और चिंता को कम कर सकते हैं, जिससे सीखने के बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
विश्वास में परिवर्तन
अध्ययन इस बात पर चर्चा करता है कि कैसे व्यक्ति की मान्यताएँ स्थिर नहीं हैं। यह विभिन्न कारणों से समय के साथ बदल सकते हैं। आपको केवल अच्छे मार्गदर्शन की जरुरत है। अपनी प्रेरणा (लड़की नहीं) ढूंढिए और रमेश की तरह बनिए। (जिसका उल्लेख आर्टिकल के शुरू में किया गया है)
क्या अंग्रेजी सीखना आसान है?
नहीं, केवल मातृभाषा ही आसान होती है, इसके अलावा आप चाहे तमिल, तेलुगु, मलयालम या अंग्रेजी सीखें आपको मुश्किल ही लगेगी। कुछ लोग होते है, जिनके घर में बचपन से ही दो भाषाएँ बोली जाती है, या बचपन से ही स्कूल में सिखाया गया हो, उनलोगों के लिए यह आसान हो सकता है।
जो लोग शुरू से शुरुआत कर रहे हैं, उनके लिए तो यह बिलकुल भी आसान नहीं है। फिर चाहे आपको इंग्लैंड ही क्यों न भेज दिया जाए।
अगर आपको कोई ऐसी सलाह भी दे तो आगे कोई निर्णय लेने से पहले सावधान हो जाए। आज भी इंग्लैंड में बहुत ऐसे immigrant community हैं जो वहां में सालों से रह रहे है लेकिन अंग्रेजी नहीं बोल पाते। इस समस्या को The path to English (Audio programme) में काफी अच्छे से बताया गया है।
The Shortcut to Learn English
अंग्रेजी को विभिन्न तरीकों से सीखा जा सकता है, उनमे से मुख्य हैं: ESL (English as a Second Language) और EFL (English as a Foreign Language).
इस पर मैं विस्तार से बात नहीं करूँगा आप बस नीचे दिए गए दो points को समझें:-
- ESL (English as a Second Language) ➔ अगर आपको स्थानीय निवासी की तरह बनना है और वहां के culture को अपनाना चाहते है तो ESL सीखें। यह अमेरिका और ब्रिटेन के सन्दर्भ में अलग-अलग होगा।
- EFL (English as a Foreign Language) ➔ अगर आपको भारत में ही रहना है, लेकिन अंग्रेजी बोलना चाहते हैं तो EFL सीखें।
अंग्रेजी सीखने के कई शॉर्टकट है, और वे कारगर भी है परन्तु निर्णय आपको लेना है कि वे तरीके आपके लिए सही है या नहीं।
अब शॉर्टकट क्या है? मान लीजिये आप किसी mobile shop में काम करते हैं, तो आप उन चीज़ों के अंग्रेजी नाम सीखिये जो mobile shop में उपलब्ध रहते है। उसके बाद 200-250 वाक्यों को याद कर लें जो मोबाइल खरीदने और बेचने के सन्दर्भ में प्रयोग किये जाते है। जैसे:
- स्वागत है! ➔ Welcome!
- आप कौन सा मोबाइल लेना चाहते है? ➔ Which mobile phone would you like to buy?
- क्या आपको नेटवर्क कार्ड भी चाहिए? ➔ Do you also need a network card?
- आप भुगतान कैसे करेंगे? ➔ How would you like to pay?
- ये रहा आपका बिल। ➔ Here is your bill.
- क्या आप साथ में कवर भी लेंगे? ➔ Would you like a mobile cover with that as well?
यह तरीका किसी भी profession के लिए apply किया जा सकता है। इस तरह से आप अपने प्रोफेशन के context में आसानी से बातचीत कर लेंगे लेकिन इससे बाहर का कोई टॉपिक होगा तो अपने विचारों को सही ढंग से प्रस्तुत नहीं कर पाएंगे।
आपने बहुत सारे ऐसे लोगों को अंग्रेजी में बात करते हुए सुना होगा लेकिन आपको यह नहीं पता होगा की उन्हें इतनी ही अंग्रेजी आती है।
Conclusion
अंततः अगर आप broader level में किसी भी टॉपिक पर बात करना चाहते हैं तो हिंदीमाध्यम के आर्टिकल्स को एक्सप्लोर कीजिए और प्रतिदिन कुछ न कुछ सीखिए। हमारा प्रयास और उद्देश्य ही है 一 अंग्रेजी के विषयों को सरलता से समझाना।
आप हमारे website के homepage पर जाकर basics से शुरुआत कर सकते है। उसके बाद tense.
हिंदीमाध्यम के WhatsApp channel पर किये गए poll के अनुसार ज्यादातर लोगों की समस्या vocabulary है, इसके लिए हमलोग एक रणनीति तैयार कर रहे है। जिसका मुख्य उद्देश्य होगा आपके अन्दर इस "विश्वास" को जगाना की "आप अंग्रेजी बोल सकते है और आपको पता है - कौन सा शब्द कहाँ प्रयोग करना है।"
अगर आपने हमारा WhatsApp channel ज्वाइन नहीं किया है तो अभी जाकर कर लें। धन्यवाद!